आदमी आदमी को क्या देगा
जो भी देगा वोही खुदा देगा
मेरा कातिल ही मेरा मुन्सिफ है
क्या मेरे हक में फैसला देगा
ज़िंदगी को करीब से देखो
इसका चेहरा तुम्हें रुला देगा
हमसे पूछो दोस्ती का सिला
दुश्मनों का भी दिल हिला देगा
इश्क का ज़हर पी लिया “फाकिर”
अब मसीहा भी क्या दवा देगा
आदमी आदमी को क्या देगा
जवाब देंहटाएंजो भी देगा खुदा देगा ...
ज़िंदगी को करीब से देखो
इसका चेहरा तुम्हें रुला देगा
बेहतरीन अभिव्यक्ति ...!